हिन्दी English | FAQ

 घोषणाएं

सीबीएसई किसी भी कक्षा के लिए किसी भी निजी प्रकाशन की सिफारिश नहीं करता है और सामग्री की गुणवत्ता और उपयुक्तता के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।

त्वरित नेवीगेशन

त्वरित लिंक

के.मा.शि.बो. संदृश्य

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड विद्यालयों में ऐसी सुदृढ़, जीवंत व सम्पूर्ण शिक्षा की कल्पना करता है जो मानवीय प्रयास के प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्टता उत्पन्न करवाए। बोर्ड छात्र /छात्राओं को ऐसी शिक्षा उपलब्ध करवाने हेतु प्रतिबद्ध है जो उनमें बौद्धिक, सामाजिक व सांस्कृतिक सजीवता का प्रसार कर सके। बोर्ड ऐसी अधिगम प्रक्रिया व वातावरण उत्पन्न करवाने की दिशा में प्रयासरत है जो भावी नागरिकों को उभरते हुए ज्ञानाधारित समाज में सार्वभौमिक नेता बनने में सक्षम कर सके। छात्र /छात्राओं के सम्पूर्ण विकास हेतु बोर्ड सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन का समर्थन करता है। बोर्ड ऐसा तनाव रहित अधिगम वातावरण उपलब्ध करवाने हेतु प्रतिबद्घ है जिससे छात्र/ छात्राएं कार्यसक्षम, आत्मविश्वासी व उद्यमशील नागरिक बनें जो शांति व सद्भाव का प्रसार करें।

शैक्षणिक इकाई के बारे में

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की शैक्षणिक, प्रशिक्षण, नवाचार और अनुसंधान इकाई का लक्ष्य बोर्ड से संबद्ध विद्यालयों में संतुलित शैक्षणिक गतिविधियों को सुनिश्चित करने के लिए नीतियों की अवधारणा और उनकी प्रचालन योजना के द्वारा शैक्षणिक उत्कृष्टता प्राप्त करना है। यह इकाई अध्ययन की योजना, पाठ्यक्रम, शैक्षणिक दिशा-निर्देश, पाठ्य-सामग्री, सहायक सामग्री, संवर्धन गतिविधियों और क्षमता निर्माण कार्यक्रम प्रदान करने का प्रयत्न करती है। यह इकाई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा-2005 में निर्धारित व्यापक उद्देश्यों के अनुसार और भारत सरकार द्वारा समय-समय पर पारित विभिन्न नीतियों और अधिनियमों के अनुरूप कार्य करती है।

इकाई के कुछ प्रमुख उद्देश्य:

i) गुणवत्ता से समझौता किए बिना सभी बच्चों को तनाव रहित बाल केंद्रित और समग्र शिक्षा प्रदान करने के लिए शैक्षणिक गतिविधियों के उपयुक्त उपागमों को परिभाषित करना।
ii) विभिन्न हितधारकों से प्रतिपुष्टि संकलन के द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों की गुणवत्ता का विश्लेषण और अनुवीक्षण करना।
iii) गुणवत्ता संबंधी मुद्दों सहित विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के कार्यान्वयन के लिए मानदंड विकासित करना; बोर्ड के विभिन्न शैक्षणिक और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के क्रियान्वयन का नियंत्रण और समन्वयन करना; शैक्षणिक गतिविधियों को आयोजित करना और इस प्रक्रिया में शामिल अन्य अभिकरणों का पर्यवेक्षण करना।
iv) मनोवैज्ञानिक, शिक्षण-शास्त्रीय और सामाजिक सिद्धांतों के अनुरूप शैक्षणिक उत्कृष्टता प्राप्त करने की विधियों में अनुकूलन एवं नवाचार लाना।
V) शिक्षक एवं विद्यार्थी अनुकूल विद्यार्थियों के प्रगति का प्रलेखन हेतु विद्यालयों को प्रोत्साहित करना।
vi) राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप विद्यालयी शिक्षा में गुणवत्ता के मानक प्राप्त करने की योजनाएं प्रस्तावित करना।
vii) शिक्षकों की व्यावसायिक दक्षता को अद्यतन करने के लिए विभिन्न क्षमता निर्माण और सशक्तिकरण कार्यक्रमों का आयोजन करना।






Back to Top